Jharkhand Fasal Rahat Yojana: झारखंड फसल राहत योजना 29 दिसंबर 2019 को झारखंड के मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य झारखंड राज्य के सभी प्रकार के किसानों को विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों के नुकसान की स्थिति में फसल बीमा के माध्यम से भुगतान प्रदानकरना है। इसीलिए यह झारखंड फसल राहत योजना शुरू की गई।
झारखंड फसल राहत योजना लिंक्स
(Jharkhand Fasal Rahat Yojana)झारखण्ड फसल राहत योजना का उद्देश्य
झारखंड जीवाश्म राहत योजना के कई मुख्य उद्देश्य हैं, जिनकी चर्चा हमने नीचे की है:
- झारखंड जीवाश्म राहत योजना का मुख्य उद्देश्य झारखंड राज्य के प्रत्येक किसान को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
- लगातार प्राकृतिक आपदाओं और सूखे के कारण झारखंड राज्य की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को अपनी फसलें खोनी पड़ रही हैं। इसलिए झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री ने उन किसानों की फसल के नुकसान के बारे में सोचते हुए इस झारखंड फसल राहत योजना की शुरुआत की।
- इस योजना के तहत आवेदन करने वाले सभी किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ प्रीमियम राशि जमा करनी होगी, जिसके बदले में उन्हें झारखंड फसल राहत योजना का विशेष लाभ मिलेगा।
झारखण्ड फसल राहत योजना PDF
झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना ;अधिसूचना डाउनलोड
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झारखण्ड फसल राहत योजना लाभार्थी
झारखंड जीवाश्म राहत योजना की सुविधा: इस योजना का लाभ झारखंड राज्य के सभी प्रकार के छोटे से लेकर मध्यम और बड़े वर्ग के किसान उठा सकते हैं। यदि किसी भी कारण से किसानों की फसलें प्राकृतिक आपदाओं के कारण नष्ट हो जाती हैं और प्रत्येक किसान को नष्ट हुई फसलों के लिए पर्याप्त धनराशि मिलेगी।
इसका मतलब यह है कि इस योजना का लाभ झारखंड राज्य के प्रत्येक किसान को मिल सकता है।
झारखंड फसल राहत योजना पात्रता मानदंड
झारखंड जीवाश्म राहत योजना के लिए आवेदन करने के लिए कुछ पात्रता आवश्यकताएँ हैं, हमने नीचे उन पर पूरी तरह से चर्चा की है:
- इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए आवेदक किसान को झारखंड राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक किसान पहले से किसी अन्य बीमा योजना से जुड़ा नहीं होना चाहिए, तभी वह इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है।
- आवेदक किसान के पास भूमि के विशिष्ट दस्तावेज होने चाहिए।
- किसान के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पास बुक, मकान प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, फोन नंबर और आय प्रमाण पत्र होना चाहिए।
झारखंड फसल राहत योजना आवेदन प्रक्रिया
झारखंड जीवाश्म राहत योजना के लिए आवेदन करने के लिए आपको नीचे दिए गए चरणों का ध्यानपूर्वक पालन करना होगा:
स्टेप 1: सबसे पहले आपको इस लिंक https://jrfry.jharhand.gov.in/ को दर्ज करके झारखंड जीवाश्म राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
चरण दो: आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपको “किसान पंजीकरण” पर क्लिक करना होगा और सभी जानकारी सही-सही देने के बाद आपको किसान पंजीकरण करना होगा।
- चरण 3: किसान पंजीकरण के बाद आपको एक लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिलेगा।
- चरण 4: अब आपको किसान लॉगिन में वह आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगिन करना होगा।
- चरण 5: अगले चरण में आपको सभी विवरण सही-सही भरने के बाद दस्तावेज़ अपलोड और सबमिट करना होगा।
- चरण 6: सबमिट करने के बाद आपको एक सफल आवेदन पत्र मिलेगा, जिसे आपको अपने पास रखना होगा।
झारखंड सूखा राहत योजना कैसे चेक करें?
लॉग इन करने के लिए आपको एक बार फिर से झारखंड राज्य फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और “किसान लॉगिन” पर क्लिक करना होगा। किसान लॉगिन पर क्लिक करने के बाद एक लॉगिन पेज खुलेगा जहां आपको दो विकल्प मिलेंगे- पासवर्ड से लॉगिन करें या ओटीपी से लॉगिन करें। आप इन दोनों विकल्पों में से कोई भी विकल्प चुन सकते हैं।
झारखंड में सुखाड़ का पैसा कब मिलेगा?
मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना के अंतर्गत आने वाले किसानों के लिए गुडन्यूज है। इन्हें तीन महीने में सुखाड़ राहत का पैसा दिया जाएगा। सदन में कृषि मंत्री बादल ने यह जानकादी सदन में दी। मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना के तहत राज्य के किसानों को मिलने वाले राहत के पैसे का भुगतान तीन माह के भीतर कर दिया जाएगा।
झारखंड फसल राहत योजना आधिकारिक वेबसाइट
योजना का नाम | आधिकारिक वेबसाइट लिंक |
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FAQ: झारखंड फसल राहत योजना से संबंधित प्रश्न
झारखंड फसल राहत योजना में कितना पैसा मिलेगा?
झारखंड राज्य फसल राहत योजना के तहत आपदा के कारण प्रभावित फसल से किसानों को राहत देने हेतु 4000 रुपये प्रति एकड़ तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी. आवेदन भरने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2023 निर्धारित है।
झारखंड फसल राहत योजना की अंतिम तिथि कब है?
झारखंड फसल राहत योजना 2024 के लिए पंजीकरण अभी शुरू नहीं हुआ है। खरीद फसल 2023 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 23 नवंबर 2023 थी।
झारखंड में कौन कौन सी योजना चल रही है?
मुख्यमंत्री ने समारोह में सरकार की विभिन्न योजनाओं -यूनिवर्सल पेंशन स्कीम, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, फूलो -झानोआशीर्वाद योजना , ग्रीन कार्ड योजना और सोना -सोबरन धोती साड़ी वितरण जैसी कई योजनाओं की जानकारी लोगों को दी और इससे जुड़ने को कहा।
झारखंड की नई योजना क्या है?
सार्वजनिक धन और किसानों के कल्याण दोनों को सुरक्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा झारखंड राज्य फसल राहत योजना (जेआरएफआरवाई) नामक एक नई योजना शुरू की गई है। यह योजना मुख्य रूप से प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल क्षति की स्थिति में किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए है।
राहत योजना क्या है?
किसानों की सुविधा के लिए, झारखंड सरकार किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसे झारखंड फसल राहत योजना कहा जाता है.
सूखा राहत योजना क्या है?
संक्षिप्त विवरणी झारखंड राज्य के 22 जिलों (पूर्वी सिंहभूम एवं सिमडेगा छोड़कर) के 226 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है |सूखे की स्थिति को देखते हुए 22 जिलों के 226 प्रखंडों के प्रति किसान परिवार को तत्काल सूखा राहत हेतु 3500 रुपए ( अग्रिम ) राशि दी जाएगी।
फसल बीमा की जाँच कैसे की जाती है?
झारखंड फसल बीमा चेक करने के लिए आपको सबसे पहले फसल राहत योजना की आधिकारिक वेबसाइट (https://jrfry.jharhand.gov.in) पर जाकर लॉगइन करना होगा। इसके बाद आप अपने बीमा की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
झारखंड में सुखाड़ का पैसा कब तक मिलेगा?
झारखंड के 158 प्रखंड सुखाड़ घोषित 2024| सबको मिलेंगे 3500 रूपये Mukhyamantri sukhad yojana jharkhand
2024 में फसल बीमा कब मिलेगा?
यह योजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 18 फरवरी 2024 को आरंभ की गई थी। यह एक ऐसी योजना है जिसमें किसान फसल नुकसान की रिपोर्ट कर सकता है। और फसल का बीमा रिकवर कर सकता है और भारी बारिश प्राकृतिक आपदाओं कीटों या बीमारियों के कारण उनकी फसल खराब हो चुकी है।
केंद्र सरकार के द्वारा झारखंड में सूखा राहत के लिए कितने सहायता राशि दी जाएगी?
झारखंड राज्य के 22 जिलों (पूर्वी सिंहभूम एवं सिमडेगा छोड़कर) के 226 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। सूखे की स्थिति को देखते हुए 22 जिलों के 226 प्रखंडों के प्रति किसान परिवार को तत्काल सूखा राहत हेतु 3500 रुपए (अग्रिम) राशि दी जाएगी।